साल 2023 में, एफबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े धोखाधड़ी के मामलों में भारी बढ़ोतरी की रिपोर्ट दी है। कुल नुकसान 5.6 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जो पिछले साल से 45% ज्यादा है। यह रिपोर्ट एफबीआई की पहली क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड रिपोर्ट है, जिसमें बढ़ते हुए क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में फैली धोखाधड़ी की घटनाओं का ब्योरा दिया गया है। खासकर बुजुर्ग लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।
साल 2023 में क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड का ओवरव्यू
एफबीआई को साल 2023 में क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड से जुड़े 69,000 से ज्यादा शिकायतें मिलीं। इनमें से ज्यादातर निवेश से जुड़ी धोखाधड़ी की शिकायतें थीं। इन धोखाधड़ियों से कुल 4 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ, जो पिछले साल के 2.57 बिलियन डॉलर से 53% ज्यादा है। इन धोखाधड़ियों में जाली निवेश स्कीम, टेक सपोर्ट स्कैम और एक्सटोर्शन शामिल हैं। सबसे बड़ा धोखा “पिग बुचरिंग” स्कीम है, जिसमें ठग पीड़ितों से लंबे समय तक संबंध बनाकर उनका भरोसा जीतते हैं और फिर उन्हें जाली क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म में निवेश करने के लिए मना लेते हैं।
प्रमुख लोकेशन और असर
रिपोर्ट के मुताबिक, 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। इन्होंने 16,000 से ज्यादा शिकायतें दर्ज कराई और 1.6 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान बताया। इस उम्र वर्ग के लोग क्रिप्टोकरेंसी तकनीक से अनजान होने और पैसे होने की वजह से ज्यादा प्रभावित हुए। वहीं, 20 साल से कम उम्र के लोगों ने सबसे कम शिकायतें दर्ज कराई। इन्होंने केवल 858 शिकायतें दर्ज कराई और लगभग 15 मिलियन डॉलर का नुकसान बताया।
क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड के प्रकार
निवेश स्कीम
निवेश से जुड़ी धोखाधड़ी क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड का सबसे आम और नुकसानदेह प्रकार है। इन स्कीम में कम जोखिम में ज्यादा रिटर्न का वादा किया जाता है। ठग सोशल मीडिया या डेटिंग ऐप्स के जरिए पीड़ितों से संपर्क करके उन्हें जाली क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म में बड़े पैमाने पर निवेश करने के लिए मनवा लेते हैं।
पिग बुचरिंग स्कीम
पिग बुचरिंग स्कीम में ठग पीड़ितों को धीरे-धीरे ग्रूमिंग करते हैं। वे फर्जी पहचान बनाकर लंबे समय तक बातचीत करके उनका भरोसा जीतते हैं। पीड़ितों को लगता है कि वे जब चाहें अपना पैसा निकाल सकते हैं, लेकिन जब वे ऐसा करते हैं तो उन्हें अनपेक्षित फीस या टैक्स का सामना करना पड़ता है, जिससे उनका पैसा फंस जाता है।
रिकवरी स्कीम
निवेश स्कीम के अलावा, जाली रिकवरी स्कीम भी सामने आई हैं। इन स्कीम में कंपनियां झूठा दावा करती हैं कि वे पीड़ितों की खोई हुई क्रिप्टोकरेंसी वापस दिलवा देंगी। वे अक्सर अग्रिम फीस लेती हैं और भुगतान मिलने के बाद संपर्क बंद कर देती हैं या अधूरी सेवाएं प्रदान करती हैं, जिससे पहले से ही नुकसान झेल चुके लोग फिर से पीड़ित हो जाते हैं।
तकनीकी अंतर्दृष्टि और रुझान
क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड में बढ़ोतरी कई तकनीकी और सामाजिक कारकों से जुड़ी है:
- क्रिप्टोकरेंसी की पहुंच: क्रिप्टोकरेंसी को ग्लोबली ट्रांसफर करने की आसानी इसे अपराधियों के लिए आकर्षक बनाती है। एक बार भुगतान हो जाने पर इसे तुरंत ही ओवरसीज अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है, जिससे वसूली मुश्किल हो जाती है।
- तकनीक का इस्तेमाल: ठग अक्सर क्रिप्टोकरेंसी एटीएम का इस्तेमाल करके लेनदेन को आसान बनाते हैं। पीड़ितों को इन एटीएम में नकद जमा करने के लिए कहा जाता है, जबकि ठग द्वारा भेजा गया क्यूआर कोड स्कैन करना होता है।
- सोशल इंजीनियरिंग तरीके: ठग सोफिस्टिकेटेड सोशल इंजीनियरिंग तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। वे अक्सर व्हाट्सएप और डेटिंग ऐप का इस्तेमाल करके पीड़ितों के साथ गहरा रिश्ता बनाकर उनका भरोसा जीतते हैं।
उपभोक्ताओं के लिए सिफारिशें
एफबीआई क्रिप्टोकरेंसी निवेश के मामले में सावधानी बरतने पर जोर देता है। धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ सुझाव हैं:
- निवेश अवसरों की पुष्टि करें: किसी भी निवेश अवसर पर गहराई से शोध करें और इस्तेमाल किए जा रहे प्लेटफॉर्म की वैधता की पुष्टि करें।
- अनसॉलिसिटेड ऑफर से सावधान रहें: कम जोखिम में ज्यादा रिटर्न का वादा करने वाली अनसॉलिसिटेड निवेश पेशकशों से बचें।
- सुरक्षित संचार का इस्तेमाल करें: किसी भी वित्तीय लेनदेन से जुड़ी किसी भी बातचीत को सत्यापित चैनलों के माध्यम से करें और अनसॉलिसिटेड संदेशों में दिए गए किसी भी लिंक या संपर्क जानकारी से बचें।
निष्कर्ष
एफबीआई की रिपोर्ट क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड के बारे में जागरूकता और शिक्षा की तत्काल आवश्यकता पर जोर देती है। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट लगातार बदल रहा है, इसी तरह ठगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले तरीके भी बदल रहे हैं। सूचित और सावधान रहकर लोग इन बढ़ती हुई जटिल धोखाधड़ियों से खुद को बचा सकते हैं।