सीरिया में इजरायली हमले

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हाल ही में इजरायली वायुसेनाओं ने सीरिया और लेबनान में कई हवाई हमले किए हैं, जो प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ बढ़ते प्रदर्शनों के बीच हुए हैं। इन हमलों ने क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया है और कई नागरिकों की जानें गई हैं, जिससे स्थिरता को लेकर चिंता बढ़ गई है।

8 सितंबर 2024 को, इजरायली मिसाइलों ने सीरिया के मध्य भाग में कई सैन्य स्थलों को निशाना बनाया, जिसमें कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। सीरियाई स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ये हमले मसयाफ के निकट हुए, जो हमा प्रांत में स्थित है। सीरियाई राज्य मीडिया ने इन हमलों को “हवाई आक्रमण” के रूप में वर्णित किया, जबकि इजरायली सेना ने इन रिपोर्टों पर टिप्पणी करने से इनकार किया।

लेबनान पर प्रभाव

इजरायली हमलों ने लेबनान में भी हलचल मचाई, जहां इजरायली हवाई हमले ने एक इमारत को नष्ट कर दिया और कई लोग घायल हुए। यह हमले हिज़्बुल्लाह के साथ बढ़ती तनाव की पृष्ठभूमि में हुए हैं, जो इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रहा है। हिज़्बुल्लाह ने इजरायली सैन्य लक्ष्यों पर हमले किए हैं, यह दावा करते हुए कि ये कार्रवाई गाजा में फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में हैं।

नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शनों का संदर्भ

इन सैन्य कार्रवाइयों के बीच, नेतन्याहू सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों की लहर चल रही है। जनता की असंतोष ने हाल के हफ्तों में तीव्रता पकड़ ली है, जो सुरक्षा और विदेश नीति के मुद्दों पर सरकार की नीतियों के प्रति असंतोष को दर्शाता है। प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं और उनकी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई है।

क्षेत्रीय तनाव और प्रतिक्रियाएँ

ईरान ने इजरायल के खिलाफ प्रतिशोध की धमकी दी है, विशेष रूप से हमास नेता इस्माइल हनियाह की हत्या के बाद। ईरानी अधिकारियों ने कहा है कि वे इजरायल के खिलाफ “कठोर सजा” देंगे, हालांकि अभी तक कोई प्रत्यक्ष कार्रवाई नहीं हुई है। यह स्थिति क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा रही है, क्योंकि ईरान सीरिया में अपनी सैन्य उपस्थिति को बनाए रखता है।

हिज़्बुल्लाह की भूमिका

हिज़्बुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की है, यह दावा करते हुए कि उनकी कार्रवाइयाँ उत्तरी इजरायल और गोलान हाइट्स में सैन्य स्थलों को निशाना बना रही हैं। यह संघर्ष गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई के साथ-साथ चल रहा है, जिसने कई नागरिकों की जानें ली हैं।

निष्कर्ष

सीरिया और लेबनान में हाल के इजरायली हवाई हमले और नेतन्याहू के खिलाफ बढ़ते प्रदर्शनों ने क्षेत्र में एक अस्थिर स्थिति को जन्म दिया है। जैसे-जैसे सैन्य कार्रवाई बढ़ रही है और जन असंतोष बढ़ रहा है, आगे और संघर्ष की संभावना बनी हुई है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इन घटनाक्रमों पर नजर रख रहा है, क्योंकि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए इसके निहितार्थ गहरे हो सकते हैं।

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