सुपरबग्स: 2050 तक 40 मिलियन लोगों की जान ले सकते हैं

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हाल ही में एक अध्ययन में बताया गया है कि अगर हम एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (AMR) के बढ़ते खतरे का सामना नहीं करते, तो सुपरबग्स 2050 तक लगभग 40 मिलियन लोगों की जान ले सकते हैं। यह अध्ययन “द लैंसेट” मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुआ है और इसमें कहा गया है कि अगर हालात ऐसे ही रहे, तो हर साल AMR से होने वाली मौतें 1 मिलियन से बढ़कर 1.9 मिलियन हो जाएंगी।

सुपरबग्स का बढ़ता खतरा

सुपरबग्स वे बैक्टीरिया होते हैं जो एंटीबायोटिक्स के खिलाफ प्रतिरोधी हो जाते हैं। इसका मुख्य कारण एंटीबायोटिक्स का अत्यधिक और गलत इस्तेमाल है। अध्ययन में पाया गया कि MRSA (मेथिसिलिन-प्रतिरोधी स्टैफीलोकॉकस ऑरियस) जैसे सुपरबग्स ने AMR से होने वाली मौतों में सबसे ज्यादा योगदान दिया है। 1990 में जहां इसके कारण 57,200 मौतें हुई थीं, वहीं 2021 में यह संख्या बढ़कर 130,000 हो गई।

कमजोर वर्ग पर असर

अध्ययन में यह भी बताया गया कि AMR से होने वाली मौतों का असर अलग-अलग आयु समूहों पर अलग-अलग है। बच्चों में पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मौतों में 50% से अधिक की कमी आई है, लेकिन 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वयस्कों में यह संख्या 80% से अधिक बढ़ गई है। दक्षिण एशिया, लैटिन अमेरिका, कैरेबियन और उप-सहारा अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में AMR का सबसे ज्यादा असर देखा गया है।

आधुनिक चिकित्सा पर प्रभाव

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने AMR को एक गंभीर वैश्विक स्वास्थ्य खतरा बताया है। एंटीबायोटिक्स की प्रभावशीलता कम होने से साधारण संक्रमणों का इलाज करना मुश्किल हो जाता है। इससे चिकित्सा प्रक्रियाओं जैसे कि कीमोथेरेपी और अंग प्रत्यारोपण में जटिलताओं का खतरा बढ़ता है। विश्व बैंक के अनुसार, AMR के कारण 2050 तक स्वास्थ्य देखभाल लागत में $1 ट्रिलियन का इजाफा हो सकता है।

तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता

AMR के खतरनाक प्रभावों को कम करने के लिए कुछ कदम उठाने की जरूरत है:

  • AMR के विकास और प्रवृत्तियों को दस्तावेजित करना
  • संक्रमण रोकने के उपायों को बढ़ाना
  • मानव, पशु और कृषि में एंटीबायोटिक्स के अनुचित उपयोग को कम करना
  • नए एंटीबायोटिक्स और वैकल्पिक उपचारों का विकास करना
  • गुणवत्ता वाले स्वास्थ्य देखभाल और आवश्यक एंटीमाइक्रोबियल दवाओं तक पहुंच को सुधारना

संयुक्त राष्ट्र महासभा 26 सितंबर, 2024 को AMR पर एक उच्च-स्तरीय बैठक आयोजित करने जा रही है।

निष्कर्ष

GRAM अध्ययन से मिले आंकड़े हमें यह चेतावनी देते हैं कि हमें AMR के बढ़ते खतरे के खिलाफ तुरंत कदम उठाने की जरूरत है। अगर हम सुपरबग्स के खिलाफ एक मजबूत रणनीति अपनाते हैं, तो हम लाखों जिंदगियों को बचा सकते हैं और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एंटीबायोटिक्स की प्रभावशीलता को बनाए रख सकते हैं। अब कार्रवाई करने का समय है, क्योंकि अनियंत्रित रहने पर इसके परिणाम आधुनिक चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए विनाशकारी हो सकते हैं।

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